शतकत्रयम् — 3.19
Original
Segmented
अ जानन् दाह-आत्म्यम् पततु शलभस् तीव्र-दहने स मीनो ऽप्य् अज्ञानाद् बडिश-युतम् अश्नातु पिशितम् विजानन्तो ऽप्य् एते वयम् इह वियन्त्-जाल-जटिलान् न मुञ्चामः कानामहह मोह-महिमा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अ | अ | pos=i |
| जानन् | ज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दाह | दाह | pos=n,comp=y |
| आत्म्यम् | आत्म्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| पततु | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| शलभस् | शलभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तीव्र | तीव्र | pos=a,comp=y |
| दहने | दहन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मीनो | मीन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| अज्ञानाद् | अज्ञान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| बडिश | बडिश | pos=n,comp=y |
| युतम् | युत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अश्नातु | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| पिशितम् | पिशित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विजानन्तो | विज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| वियन्त् | वियन्त् | pos=n,comp=y |
| जाल | जाल | pos=n,comp=y |
| जटिलान् | जटिल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| मुञ्चामः | मुच् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| कानामहह | गहन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मोह | मोह | pos=n,comp=y |
| महिमा | महिमन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |