शतकत्रयम् — 3.102
Original
Segmented
चण्डालः किम् अयम् द्विजातिः अथवा शूद्रो ऽथ किम् तापसः किम् वा तत्त्व-विवेक-पेशल-मतिः योगि-ईश्वरः को ऽपि किम् इत्य् उत्पन्न-विकल्प-जल्प-मुखरैः आभाष्यमाणा जनैः न क्रुद्धाः पथि न एव तुष्ट-मनसः यान्ति स्वयम् योगिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| चण्डालः | चण्डाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किम् | किम् | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| द्विजातिः | द्विजाति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अथवा | अथवा | pos=i |
| शूद्रो | शूद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| किम् | किम् | pos=i |
| तापसः | तापस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किम् | किम् | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
| विवेक | विवेक | pos=n,comp=y |
| पेशल | पेशल | pos=a,comp=y |
| मतिः | मति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| योगि | योगिन् | pos=n,comp=y |
| ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| किम् | किम् | pos=i |
| इत्य् | इति | pos=i |
| उत्पन्न | उत्पद् | pos=va,comp=y,f=part |
| विकल्प | विकल्प | pos=n,comp=y |
| जल्प | जल्प | pos=n,comp=y |
| मुखरैः | मुखर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| आभाष्यमाणा | आभाष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| जनैः | जन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| न | न | pos=i |
| क्रुद्धाः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तुष्ट | तुष् | pos=va,comp=y,f=part |
| मनसः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| योगिनः | योगिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |