सौन्दरनन्दम् — 5.43
Original
Segmented
यदा नरेन्द्राः च कुटुम्बिनः च विहाय बन्धून् च परिग्रहान् च ययुः च यास्यन्ति च यान्ति च एव प्रियेषु अनित्येषु कुतो ऽनुरोधः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
नरेन्द्राः | नरेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
कुटुम्बिनः | कुटुम्बिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
विहाय | विहा | pos=vi |
बन्धून् | बन्धु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
परिग्रहान् | परिग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
ययुः | या | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
च | च | pos=i |
यास्यन्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
च | च | pos=i |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
प्रियेषु | प्रिय | pos=a,g=m,c=7,n=p |
अनित्येषु | अनित्य | pos=a,g=m,c=7,n=p |
कुतो | कुतस् | pos=i |
ऽनुरोधः | अनुरोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |