सौन्दरनन्दम् — 5.41
Original
Segmented
यः सर्वतो वेश्मनि दह्यमाने शयीत मोहात् न ततो व्यपेयात् कालाग्निना व्याधि-जरा-शिखेन लोके प्रदीप्ते स भवेत् प्रमत्तः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
वेश्मनि | वेश्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दह्यमाने | दह् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
शयीत | शी | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मोहात् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
ततो | ततस् | pos=i |
व्यपेयात् | व्यपे | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कालाग्निना | कालाग्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
व्याधि | व्याधि | pos=n,comp=y |
जरा | जरा | pos=n,comp=y |
शिखेन | शिखा | pos=n,g=m,c=3,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रदीप्ते | प्रदीप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
प्रमत्तः | प्रमद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |