Original

अवाङ्मुखमथो दीनं दृष्ट्वा सोममिवाप्लुतम् ।राघवं लक्ष्मणो वाक्यं हृष्टो मधुरमब्रवीत् ॥ १ ॥

Segmented

अवाङ्मुखम् अथो दीनम् दृष्ट्वा सोमम् इव आप्लुतम् राघवम् लक्ष्मणो वाक्यम् हृष्टो मधुरम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
अवाङ्मुखम् अवाङ्मुख pos=a,g=m,c=2,n=s
अथो अथो pos=i
दीनम् दीन pos=a,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
सोमम् सोम pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
आप्लुतम् आप्लु pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
राघवम् राघव pos=n,g=m,c=2,n=s
लक्ष्मणो लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
हृष्टो हृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
मधुरम् मधुर pos=a,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan