रामायणम् — 7.8.14
Original
Segmented
ततः कार्ष्णायसम् शूलम् कण्टकैः बहुभिः चितम् प्रगृह्य अभ्यहनत् देवम् स्तनयोः अन्तरे दृढम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
कार्ष्णायसम् | कार्ष्णायस | pos=a,g=n,c=2,n=s |
शूलम् | शूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कण्टकैः | कण्टक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बहुभिः | बहु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
चितम् | चि | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
अभ्यहनत् | अभिहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
देवम् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्तनयोः | स्तन | pos=n,g=m,c=6,n=d |
अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दृढम् | दृढम् | pos=i |