रामायणम् — 7.67.10
Original
Segmented
सुरा हि कथयन्ति त्वाम् आगतम् शूद्र-घातिनम् ब्राह्मणस्य तु धर्मेण त्वया जीवापितः सुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुरा | सुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शूद्र | शूद्र | pos=n,comp=y |
घातिनम् | घातिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तु | तु | pos=i |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
जीवापितः | जीवापय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |