रामायणम् — 7.58.3
Original
Segmented
तेषाम् तद् वचनम् श्रुत्वा मुनिः हर्षम् उपागमत् भूत-घ्नीम् च अकरोत् ताभ्याम् रक्षाम् रक्षः-विनाशिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हर्षम् | हर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपागमत् | उपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| भूत | भूत | pos=n,comp=y |
| घ्नीम् | घ्न | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ताभ्याम् | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| रक्षाम् | रक्षा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| रक्षः | रक्षस् | pos=n,comp=y |
| विनाशिन् | विनाशिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |