Original

एतद्वचो मया तत्र मुनिना व्याहृतं पुरा ।श्रुतं हृदि च निक्षिप्तं नान्यथा तद्भविष्यति ॥ १७ ॥

Segmented

एतद् वचो मया तत्र मुनिना व्याहृतम् पुरा श्रुतम् हृदि च निक्षिप्तम् न अन्यथा तद् भविष्यति

Analysis

Word Lemma Parse
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
वचो वचस् pos=n,g=n,c=1,n=s
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
तत्र तत्र pos=i
मुनिना मुनि pos=n,g=m,c=3,n=s
व्याहृतम् व्याहृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
पुरा पुरा pos=i
श्रुतम् श्रु pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
हृदि हृद् pos=n,g=n,c=7,n=s
pos=i
निक्षिप्तम् निक्षिप् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
अन्यथा अन्यथा pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
भविष्यति भू pos=v,p=3,n=s,l=lrt