रामायणम् — 7.44.1
Original
Segmented
तेषाम् समुपविष्टानाम् सर्वेषाम् दीन-चेतसाम् उवाच वाक्यम् काकुत्स्थो मुखेन परिशुष्यता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
समुपविष्टानाम् | समुपविश् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
चेतसाम् | चेतस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
काकुत्स्थो | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुखेन | मुख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
परिशुष्यता | परिशुष् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |