Original

बह्वासनगृहोपेतां लतागृहसमावृताम् ।अशोकवनिकां स्फीतां प्रविश्य रघुनन्दनः ॥ ११ ॥

Segmented

बहु-आसन-गृह-उपेताम् लता-गृह-समावृताम् अशोक-वनिकाम् स्फीताम् प्रविश्य रघुनन्दनः

Analysis

Word Lemma Parse
बहु बहु pos=a,comp=y
आसन आसन pos=n,comp=y
गृह गृह pos=n,comp=y
उपेताम् उपे pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
लता लता pos=n,comp=y
गृह गृह pos=n,comp=y
समावृताम् समावृ pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
अशोक अशोक pos=n,comp=y
वनिकाम् वनिका pos=n,g=f,c=2,n=s
स्फीताम् स्फीत pos=a,g=f,c=2,n=s
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
रघुनन्दनः रघुनन्दन pos=n,g=m,c=1,n=s