रामायणम् — 7.35.55
Original
Segmented
रुरोध दुःखम् जनयन्न् अन्तःपुर इव स्त्रियः तस्मात् त्वाम् शरणम् प्राप्ता वायुना उपहताः विभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रुरोध | रुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जनयन्न् | जनय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अन्तःपुर | अन्तःपुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=2,n=p |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्ता | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वायुना | वायु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उपहताः | उपहन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |