रामायणम् — 7.31.38
Original
Segmented
रावणम् प्राञ्जलिम् यान्तम् अन्वयुः सप्त-राक्षसाः यत्र यत्र स याति स्म रावणो राक्षस-अधिपः जाम्बूनद-मयम् लिङ्गम् तत्र तत्र स्म नीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राञ्जलिम् | प्राञ्जलि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| यान्तम् | या | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अन्वयुः | अनुया | pos=v,p=3,n=p,l=lun |
| सप्त | सप्तन् | pos=n,comp=y |
| राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| रावणो | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| अधिपः | अधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जाम्बूनद | जाम्बूनद | pos=n,comp=y |
| मयम् | मय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| लिङ्गम् | लिङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| नीयते | नी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |