रामायणम् — 6.76.18
Original
Segmented
न एवम् शूरासः तु युध्यन्ते समरे जय-काङ्क्षिणः इति एवम् तम् ब्रुवाणः तु शर-वर्षैः अवाकिरत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| शूरासः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| युध्यन्ते | युध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| जय | जय | pos=n,comp=y |
| काङ्क्षिणः | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ब्रुवाणः | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| वर्षैः | वर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अवाकिरत् | अवकृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |