रामायणम् — 6.75.13
Original
Segmented
यथा बाण-पथम् प्राप्य स्थितो ऽहम् तव राक्षस दर्शयस्व अद्य तत् तेजो वाचा त्वम् किम् विकत्थसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| बाण | बाण | pos=n,comp=y |
| पथम् | पथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| स्थितो | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दर्शयस्व | दर्शय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तेजो | तेजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वाचा | वाच् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विकत्थसे | विकत्थ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |