रामायणम् — 6.72.17
Original
Segmented
तस्य अन्तरिक्षे चरतो रथ-स्थस्य महा-यशः न गतिः ज्ञायते वीर सूर्यस्य इव अभ्र-सम्प्लवे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अन्तरिक्षे | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| चरतो | चर् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| स्थस्य | स्थ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| यशः | यशस् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ज्ञायते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सूर्यस्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
| सम्प्लवे | सम्प्लव | pos=n,g=m,c=7,n=s |