रामायणम् — 6.65.4
Original
Segmented
रावणस्य वचः श्रुत्वा शूरो मानी खर-आत्मजः बाढम् इति अब्रवीत् धृष्टो मकराक्षो निशाचरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रावणस्य | रावण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मानी | मानिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| खर | खर | pos=n,comp=y |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बाढम् | बाढम् | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| धृष्टो | धृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मकराक्षो | मकराक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निशाचरः | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |