रामायणम् — 6.6.8
Original
Segmented
सहितो मन्त्रयित्वा यः कर्म-आरम्भान् प्रवर्तयेत् दैवे च कुरुते यत्नम् तम् आहुः पुरुष-उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सहितो | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मन्त्रयित्वा | मन्त्रय् | pos=vi |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
आरम्भान् | आरम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रवर्तयेत् | प्रवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
दैवे | दैव | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यत्नम् | यत्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |