रामायणम् — 6.55.29
Original
Segmented
भक्षयन् भृश-संक्रुद्धः हरीन् पर्वत-संनिभः बभञ्ज वानरान् सर्वान् संक्रुद्धो राक्षस-उत्तमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भक्षयन् | भक्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
संक्रुद्धः | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हरीन् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
संनिभः | संनिभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बभञ्ज | भञ्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वानरान् | वानर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संक्रुद्धो | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
उत्तमः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |