रामायणम् — 6.54.22
Original
Segmented
शयामहे वा निहताः पृथिव्याम् अल्प-जीविताः दुष्प्रापम् ब्रह्म-लोकम् वा प्राप्नुमो युधि सूदिताः सम्प्राप्नुयामः कीर्तिम् वा निहत्य शत्रुम् आहवे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शयामहे | शी | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
वा | वा | pos=i |
निहताः | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
जीविताः | जीवित | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दुष्प्रापम् | दुष्प्राप | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
प्राप्नुमो | प्राप् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सूदिताः | सूदय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सम्प्राप्नुयामः | सम्प्राप् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
निहत्य | निहन् | pos=vi |
शत्रुम् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |