रामायणम् — 6.38.37
Original
Segmented
प्रविश्य सीता बहु-वृक्ष-षण्डाम् ताम् राक्षस-इन्द्रस्य विहार-भूमिम् सम्प्रेक्ष्य संचिन्त्य च राज-पुत्रौ परम् विषादम् समुपाजगाम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
षण्डाम् | षण्ड | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विहार | विहार | pos=n,comp=y |
भूमिम् | भूमि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सम्प्रेक्ष्य | सम्प्रेक्ष् | pos=vi |
संचिन्त्य | संचिन्तय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
पुत्रौ | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=d |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विषादम् | विषाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपाजगाम | समुपागम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |