रामायणम् — 6.38.18
Original
Segmented
न हि दृष्टि-पथम् प्राप्य राघवस्य रणे रिपुः जीवन् प्रतिनिवर्तेत यदि अपि स्यात् मनोजवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
पथम् | पथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रिपुः | रिपु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रतिनिवर्तेत | प्रतिनिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यदि | यदि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मनोजवः | मनोजव | pos=a,g=m,c=1,n=s |