रामायणम् — 6.30.15
Original
Segmented
वित्रासयन्तो विहगान् त्रासय् मृग-द्विपान् कम्पय् च ताम् लङ्काम् नादैः स्वैः नदताम् वराः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वित्रासयन्तो | वित्रासय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विहगान् | विहग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
त्रासय् | त्रासय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
द्विपान् | द्विप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कम्पय् | कम्पय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नादैः | नाद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स्वैः | स्व | pos=a,g=m,c=3,n=p |
नदताम् | नद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
वराः | वर | pos=a,g=m,c=1,n=p |