रामायणम् — 6.28.5
Original
Segmented
कार्य-सिद्धिम् पुरस्कृत्य मन्त्रयध्वम् विनिर्णये नित्यम् संनिहितो हि अत्र रावणो राक्षस-अधिपः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
| सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
| मन्त्रयध्वम् | मन्त्रय् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| विनिर्णये | विनिर्णय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| संनिहितो | संनिधा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| रावणो | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| अधिपः | अधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |