रामायणम् — 6.23.34
Original
Segmented
विजयस्व आर्य-पुत्र इति सो ऽभिवाद्य प्रसाद्य च न्यवेदयद् अनुप्राप्तम् प्रहस्तम् वाहिनीपतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विजयस्व | विजि | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| आर्य | आर्य | pos=n,comp=y |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| प्रसाद्य | प्रसादय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| न्यवेदयद् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अनुप्राप्तम् | अनुप्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| प्रहस्तम् | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वाहिनीपतिम् | वाहिनीपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |