रामायणम् — 6.12.3
Original
Segmented
मित्र-भावेन सम्प्राप्तम् न त्यजेयम् कथंचन दोषो यदि अपि तस्य स्यात् सताम् एतद् अगर्हितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
भावेन | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सम्प्राप्तम् | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
त्यजेयम् | त्यज् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
दोषो | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सताम् | अस् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अगर्हितम् | अगर्हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |