रामायणम् — 6.111.5
Original
Segmented
तव हेतोः विशाल-अक्षि रावणो निहतो मया कुम्भकर्णो ऽत्र निहतः प्रहस्तः च निशाचरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हेतोः | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| विशाल | विशाल | pos=a,comp=y |
| अक्षि | अक्ष | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| रावणो | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निहतो | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| कुम्भकर्णो | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽत्र | अत्र | pos=i |
| निहतः | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रहस्तः | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| निशाचरः | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |