रामायणम् — 5.53.26
Original
Segmented
दग्धा इयम् नगरी लङ्का साट्ट-प्राकार-तोरणा जानकी न च दग्धा इति विस्मयो ऽद्भुत एव नः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दग्धा | दह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नगरी | नगरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| लङ्का | लङ्का | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| साट्ट | साट्ट | pos=a,comp=y |
| प्राकार | प्राकार | pos=n,comp=y |
| तोरणा | तोरण | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| जानकी | जानकी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| दग्धा | दह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| विस्मयो | विस्मय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽद्भुत | अद्भुत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |