रामायणम् — 5.49.16
Original
Segmented
न हि धर्म-विरुद्धेषु बहु-अपायेषु कर्मसु मूल-घातिन् सज्जन्ते बुद्धिमन्तो भवद्विधाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| विरुद्धेषु | विरुध् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| अपायेषु | अपाय | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| मूल | मूल | pos=n,comp=y |
| घातिन् | घातिन् | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| सज्जन्ते | सञ्ज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| बुद्धिमन्तो | बुद्धिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| भवद्विधाः | भवद्विध | pos=a,g=m,c=1,n=p |