रामायणम् — 5.13.8
Original
Segmented
कर्णिकारैः कुसुमितैः किंशुकैः च सु पुष्पितैः स देशः प्रभया तेषाम् प्रदीप्त इव सर्वतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्णिकारैः | कर्णिकार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| कुसुमितैः | कुसुमित | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| किंशुकैः | किंशुक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| पुष्पितैः | पुष्पित | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| देशः | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभया | प्रभा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रदीप्त | प्रदीप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |