रामायणम् — 5.13.21
Original
Segmented
व्रीडिताम् दुःख-संतप्ताम् परिम्लानाम् तपस्विनीम् ग्रहेण अङ्गारकेन एव पीडिताम् इव रोहिणीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्रीडिताम् | व्रीड् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| संतप्ताम् | संतप् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| परिम्लानाम् | परिम्ला | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| तपस्विनीम् | तपस्विनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ग्रहेण | ग्रह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अङ्गारकेन | अङ्गारक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| पीडिताम् | पीडय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| रोहिणीम् | रोहिणी | pos=n,g=f,c=2,n=s |