रामायणम् — 5.10.11
Original
Segmented
अनिर्वेदो हि सततम् सर्व-अर्थेषु प्रवर्तकः करोति सफलम् जन्तोः कर्म यत् च करोति सः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनिर्वेदो | अनिर्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अर्थेषु | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| प्रवर्तकः | प्रवर्तक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सफलम् | सफल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| जन्तोः | जन्तु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सः | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |