रामायणम् — 4.60.13
Original
Segmented
जटायुः माम् अनापृच्छ्य निपपात महीम् ततः तम् दृष्ट्वा तूर्णम् आकाशाद् आत्मानम् मुक्तवान् अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जटायुः | जटायुस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अनापृच्छ्य | अनापृच्छ्य | pos=i |
| निपपात | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
| आकाशाद् | आकाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मुक्तवान् | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |