रामायणम् — 4.35.11
Original
Segmented
यदि किंचिद् अतिक्रान्तम् विश्वासात् प्रणयेन वा प्रेष्यस्य क्षमितव्यम् मे न कश्चिन् न अपराध्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अतिक्रान्तम् | अतिक्रम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| विश्वासात् | विश्वास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| प्रणयेन | प्रणय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| प्रेष्यस्य | प्रेष्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्षमितव्यम् | क्षम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| कश्चिन् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अपराध्यति | अपराध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |