रामायणम् — 4.31.16
Original
Segmented
आर्तस्य हृत-दारस्य परुषम् पुरुषान्तरात् वचनम् मर्षणीयम् ते राघवस्य महात्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आर्तस्य | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=s |
हृत | हृ | pos=va,comp=y,f=part |
दारस्य | दार | pos=n,g=m,c=6,n=s |
परुषम् | परुष | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पुरुषान्तरात् | पुरुषान्तर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मर्षणीयम् | मृष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |