रामायणम् — 4.23.25
Original
Segmented
अभिवादयमानम् त्वाम् अङ्गदम् त्वम् यथा पुरा भव पुत्र इति किम् अर्थम् न अभिभाषसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभिवादयमानम् | अभिवादय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अङ्गदम् | अङ्गद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
पुरा | पुरा | pos=i |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इति | इति | pos=i |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अभिभाषसे | अभिभाष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |