रामायणम् — 3.54.22
Original
Segmented
शृणु मैथिलि मद्-वाक्यम् मासान् द्वादश भामिनि कालेन अनेन न अभ्येषि यदि माम् चारु-हासिनि ततस् त्वाम् प्रातराश-अर्थम् सूदाः छेत्स्यन्ति लेशशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मैथिलि | मैथिली | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| द्वादश | द्वादशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भामिनि | भामिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| कालेन | काल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| अभ्येषि | अभी | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यदि | यदि | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| चारु | चारु | pos=a,comp=y |
| हासिनि | हासिन् | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| प्रातराश | प्रातराश | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सूदाः | सूद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| छेत्स्यन्ति | छिद् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| लेशशः | लेशशः | pos=i |