रामायणम् — 3.45.9
Original
Segmented
इति ब्रुवाणाम् कैकेयीम् श्वशुरो मे स मानदः अयाचत अर्थैः अन्वर्थैः न च याच्ञाम् चकार सा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| ब्रुवाणाम् | ब्रू | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| कैकेयीम् | कैकेयी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| श्वशुरो | श्वशुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मानदः | मानद | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अयाचत | याच् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अर्थैः | अर्थ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अन्वर्थैः | अन्वर्थ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| याच्ञाम् | याच्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |