Original

शक्रचापनिभं चापं विकृष्य कनकाङ्गदम् ।दीप्तान्क्षिपति नाराचान्सर्पानिव महाविषान् ॥ ६ ॥

Segmented

शक्र-चाप-निभम् चापम् विकृष्य कनक-अङ्गदम् दीप्तान् क्षिपति नाराचान् सर्पान् इव महाविषान्

Analysis

Word Lemma Parse
शक्र शक्र pos=n,comp=y
चाप चाप pos=n,comp=y
निभम् निभ pos=a,g=m,c=2,n=s
चापम् चाप pos=n,g=m,c=2,n=s
विकृष्य विकृष् pos=vi
कनक कनक pos=n,comp=y
अङ्गदम् अङ्गद pos=n,g=m,c=2,n=s
दीप्तान् दीप् pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part
क्षिपति क्षिप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
नाराचान् नाराच pos=n,g=m,c=2,n=p
सर्पान् सर्प pos=n,g=m,c=2,n=p
इव इव pos=i
महाविषान् महाविष pos=n,g=m,c=2,n=p