रामायणम् — 3.16.21
Original
Segmented
तान् अहम् समतिक्रान्ता राम त्वा पूर्व-दर्शनात् समुपेता अस्मि भावेन भर्तारम् पुरुषोत्तमम् चिराय भव भर्ता मे सीतया किम् करिष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| समतिक्रान्ता | समतिक्रम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
| दर्शनात् | दर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| समुपेता | समुपे | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| भावेन | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुरुषोत्तमम् | पुरुषोत्तम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| चिराय | चिराय | pos=i |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सीतया | सीता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करिष्यसि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |