रामायणम् — 3.10.70
Original
Segmented
अभिवादये त्वा भगवन् सुखम् अध्युषितो निशाम् आमन्त्रये त्वाम् गच्छामि गुरुम् ते द्रष्टुम् अग्रजम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभिवादये | अभिवादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सुखम् | सुखम् | pos=i |
| अध्युषितो | अधिवस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| निशाम् | निशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आमन्त्रये | आमन्त्रय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| गच्छामि | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| गुरुम् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
| अग्रजम् | अग्रज | pos=n,g=m,c=2,n=s |