रामायणम् — 2.85.74
Original
Segmented
व्यस्मयन्त मनुष्यास् ते स्वप्न-कल्पम् तद् अद्भुतम् दृष्ट्वा आतिथ्यम् कृतम् तादृग् भरतस्य महा-ऋषिणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यस्मयन्त | विस्मि | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
मनुष्यास् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्वप्न | स्वप्न | pos=n,comp=y |
कल्पम् | कल्प | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अद्भुतम् | अद्भुत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
आतिथ्यम् | आतिथ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
तादृग् | तादृश् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
भरतस्य | भरत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिणा | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=s |