रामायणम् — 2.8.23
Original
Segmented
एवम् ते ज्ञाति-पक्षस्य श्रेयः च एव भविष्यति यदि चेद् भरतो धर्मात् पित्र्यम् राज्यम् अवाप्स्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
| पक्षस्य | पक्ष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| यदि | यदि | pos=i |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| भरतो | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्मात् | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| पित्र्यम् | पित्र्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्स्यति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |