रामायणम् — 2.61.7
Original
Segmented
इक्ष्वाकूणाम् इह अद्य एव कश्चिद् राजा विधीयताम् अराजकम् हि नो राष्ट्रम् न विनाशम् अवाप्नुयात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इक्ष्वाकूणाम् | इक्ष्वाकु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विधीयताम् | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| अराजकम् | अराजक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| विनाशम् | विनाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |