रामायणम् — 2.58.28
Original
Segmented
को माम् संध्याम् उपास्य एव स्नात्वा हुत-हुताशनः श्लाघयिष्यत्य् उपासीनः पुत्र-शोक-भय-अर्दितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| संध्याम् | संध्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उपास्य | उपास् | pos=vi |
| एव | एव | pos=i |
| स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
| हुत | हु | pos=va,comp=y,f=part |
| हुताशनः | हुताशन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्लाघयिष्यत्य् | श्लाघय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| उपासीनः | उपास् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| भय | भय | pos=n,comp=y |
| अर्दितम् | अर्दय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |