रामायणम् — 2.45.7
Original
Segmented
न हि मे ऽविदितम् किंचिद् वने ऽस्मिंः चरतः सदा चतुः-अङ्गम् ह्य् अपि बलम् सु महत् प्रसहेमहि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽविदितम् | अविदित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मिंः | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
चरतः | चर् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
सदा | सदा | pos=i |
चतुः | चतुर् | pos=n,comp=y |
अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रसहेमहि | प्रसह् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |