रामायणम् — 2.40.4
Original
Segmented
स याच्यमानः काकुत्स्थः स्वाभिः प्रकृतिभिस् तदा कुर्वाणः पितरम् सत्यम् वनम् एव अन्वपद्यत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| याच्यमानः | याच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| काकुत्स्थः | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वाभिः | स्व | pos=a,g=f,c=3,n=p |
| प्रकृतिभिस् | प्रकृति | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| कुर्वाणः | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अन्वपद्यत | अनुपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |