रामायणम् — 2.4.22
Original
Segmented
तत्र पुष्ये ऽभिषिञ्चस्व मनस् त्वरयति इव माम् श्वस् त्वा अहम् अभिषेक्ष्यामि यौवराज्ये परंतप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| पुष्ये | पुष्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽभिषिञ्चस्व | अभिषिच् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मनस् | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वरयति | त्वरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इव | इव | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| श्वस् | श्वस् | pos=i |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अभिषेक्ष्यामि | अभिषिच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| यौवराज्ये | यौवराज्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |