रामायणम् — 2.4.20
Original
Segmented
तद् यावद् एव मे चेतो न विमुह्यति राघव तावद् एव अभिषिञ्चस्व चला हि प्राणिनाम् मतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यावद् | यावत् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| चेतो | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| विमुह्यति | विमुह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तावद् | तावत् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अभिषिञ्चस्व | अभिषिच् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| चला | चल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| प्राणिनाम् | प्राणिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |