रामायणम् — 2.35.24
Original
Segmented
अथ राजा वृतः स्त्रीभिः दीनाभिः दीन-चेतनः निर्जगाम प्रियम् पुत्रम् द्रक्ष्यामि इति ब्रुवन् गृहात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्त्रीभिः | स्त्री | pos=n,g=f,c=3,n=p |
दीनाभिः | दीन | pos=a,g=f,c=3,n=p |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
चेतनः | चेतना | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निर्जगाम | निर्गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्रक्ष्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |
ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गृहात् | गृह | pos=n,g=n,c=5,n=s |